चंडीगढ़ के इस IAS को सलाम है, VIDEO; हार्ट अटैक से गिरा शख्स तो इस ट्रिक से फौरन बचाई जान, अफसर ने नई जिंदगी दे दी
Chandigarh IAS CPR To Man and Save Life
Chandigarh IAS CPR To Man and Save Life: इन दिनों हार्ट अटैक के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में देश के विभिन्न हिस्सों से हार्ट अटैक के मामलों की जो तस्वीरें सामने आई हैं। वह डराने वाली हैं। लोगों की हंसते-खेलते, चलते-फिरते, नाचते, अखबार पढ़ते, दवाई लेते और जिम में एक्सरसाइज करते हुए सेकेंडों में मौत हो गई है। हैरानी की बात यह है कि, इन मामलों में नौजवान भी शामिल हैं। फिलहाल अब एक वीडियो चंडीगढ़ से सामने आया है। जहां एक शख्स को अचानक से हार्ट अटैक आया और वह बेसुध हो गया। वो तो गनीमत रही कि, मौके पर मौजूद एक ऐसे IAS अफसर की मौजूदगी थी। जिसने समय गंवाए बिना तुरंत शख्स को सीपीआर दिया और उसकी जान बचा ली। आईएएस ने शख्स को नई जिंदगी दे दी।
बतादें कि, यह आईएएस कोई और नहीं बल्कि चंडीगढ़ के स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग थे। स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग अपनी ड्यूटी के प्रति कर्मठता रखने के लिए जाने जाते हैं और आज उन्होंने अपनी ड्यूटी भी निभाई साथ ही मानवता के प्रति एक संदेश भी पेश कर दिया। आईएएस यशपाल गर्ग की खूब सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर उनके इस वीडियो को जो भी देख रहा है। उनकी मुंह भर तारीफ कर रहा है।
यहां तक कि दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने भी वीडियो अपने ट्विटर अकॉउंट पर शेयर किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'एक आदमी को हार्ट अटैक आया तो चंडीगढ़ के हेल्थ सेक्रेटरी IAS यशपाल गर्ग जी ने तुरंत CPR देकर उस आदमी की जान बचाई। उनके इस काम की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। हार्ट अटैक से जानें बचाई जा सकती हैं। हर इंसान को CPR सीखना चाहिए.'
क्या होता है सीपीआर, कैसे दिया जाता है?
सीपीआर का फुल फॉर्म 'कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन Cardiopulmonary Resuscitation (CPR)' है। यह इमरजेंसी मेडिकल टेक्निक है। यह टेक्निक किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुक जाने पर मददगार साबित हो सकती है। दरअसल जब हार्ट अटैक आता है तो इस दौरान मस्तिष्क सहित शरीर के बाकी हिस्सों में ऑक्सीजन रुक जाती है, साथ ही खून का सर्कुलेशन बंद हो जाता है। तुरंत उपचार न मिलने पर शख्स की मौत भी हो सकती है।
जहां ऐसे में सीपीआर टेक्निक एक प्राथमिक चिकित्सा का काम करती है। सीपीआर के जरिए अपने दोनों हाथों से उक्त व्यक्ति के सीने को प्रेस करते हुए दबाव बनाया जाता है। जिससे ऑक्सीजन और ब्लड फ्लो हो सके। एक रिपोर्ट के अनुसार, हार्ट अटैक आने के कुछ मिनटों में अगर किसी व्यक्ति को सीपीआर दिया जाता है तो उसके बचने की संभावना में बढ़ जाती है।